जब बीरबल ने अकबर को आँख वाला आंधा बताया - Indian heroes

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Friday, 10 November 2017

जब बीरबल ने अकबर को आँख वाला आंधा बताया

एक दिन Akbar ने birbal से प्रश्न किया-हमारे राज्य में आँखे होते हुए भी अंधो की संख्या कितनी है ? बीरबल ने कहा-हुजूर में आपको निश्चित संख्या तो नहीं बता सकता, लेकिन यह तय है की अपने राज्य में अंधो की अपेक्षा आँख वाले अंधो की संख्या ज्यादा है |
अकबर ने इसे प्रमाणित करने को कहा | बीरबल ने दो दिन में प्रमाण सहित सिध्द करने का दावा किया | दुसरे दिन सुबह बीरबल ने अपने घर के पास वाले रस्ते पर एक चारपाई बिछा दी | चारपाई बनी हुई नहीं थी, इसलिए बीरबल वही बैठकर उसे बुनने लगे |
उन्होंने एक आदमी को कागज़ और कलम देकर अपने पास में बिठा लिया | देखते ही देखते पुरे शहर में यह बात फैल गयी | की बीरबल रास्ते में बैठकर स्वयं चारपाई बना रहा है |
लोग वहां आते और बीरबल से पूछते-अरे बीरबल! आप यह क्या कर रहे हैं ? बीरबल कोई जवाब न देकर प्रश्न पूछने वाले आदमी का नाम पास बैठे कागज़ कलम लिए व्यक्ति को लिखवा देता |
धीरे-धीरे यह सूचि काफी लम्बी हो गई | बादशाह तक इसकी सूचना पहुंची तो वे बीरबल को देखने आए | उन्होंने भी वही प्रश्न किया और बीरबल ने सूचि में उनका नाम सबसे ऊपर लिखवा दिया |
अकबर ने सारा माजरा पूछा तो बीरबल बोला- आप सहित सभी देख सकते हैं की में यहाँ बैठ-कर चारपाई बना रहा हूँ | फिर भी सभी ने मुझसे पूछा की में क्या कर रहा हूँ ? हुए न आप सभी आँख वाले अंधे | बादशाह ने अपनी भूल स्वीकार कर बीरबल को इनाम दिया |
शिक्षा का औपचारिक प्रमाण कई लोगों के पास होता है लेकिन ज्ञान का प्रयोग सही स्थान और समय पर करने वाला व्यक्ति ही सच्चा ज्ञानी होता है | आपने इस कहानी में से एक बात को तो नोटिस किया ही होगा, कहीं बार हम सभी के साथ ऐसी ही घटनाए होती हैं |
लोग बड़े अजीब हैं, अभी आप खाना खा रहे हो, ‘तो पूछेंगे क्या कर रहा है, कहीं बैठे हो तो पूछते हैं, क्या कर रहा हैं | जबकी उन्हें बखूबी पता होता हैं, की यह बैठा हैं, यह खाना खा रहा है, लेकिन फिर भी वह पूछते हैं | जैसी की वे अंधे हो |
ऐसे लोग पूछतें तो ऐसे हैं जैसे की उन्हें हमारी बड़ी परवाह हैं, और हमारी मदद करना चाहते हो | लेकिन जब उन्हें बता दो की भाई यह-यह बात हैं | तो वह अपने आपको इस तरीके से दूर करते हैं की पता भी नहीं चलने देतें |

दोस्तों – एक बात तो पक्की हैं, की अगर जीवन में सफल होना चाहते हो तो कभी ऐसे लोगों पर ध्यान मत देना | इनसे जितनी दुरी होगी उतना ही अच्छा रहेगा |

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