अगर कोइ पुछे जिंदगी मे क्या खोया और क्या पाया तो बेशक कहना जो कुछ खोया वो मेरी नादानी थी और जो भी पाया वो डो. बी आर आम्बेडकर की महेरबानी थी खुबसरत रिश्ता हे हमारा और डो. बी आर आम्बेडकर के बीच हमने कुछ मांगा नहि और उन्होने हमे बहोत कुछ दिया I feel proudly because I am follower of him
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